Internet तो आप सभी इस्तेमाल करते है लेकिन क्या आपको पता है की ISP क्या होता है? या ISP का Full Form क्या होता है? अगर आप भी ISP के बारे में जानना चाहते है। तो यह जानकारी पूर्ण लेख शुरू से अंत तक पूरा पढ़े।
इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा की ISP Full Form क्या होती है? ISP क्या होता है और कैसे काम करता है? इसके साथ आपको ISP का इतिहास भी बताऊंगा की आईएसपी की शुरुआत कब और कैसे हुई थी।
ISP Full Form क्या होती है?
ISP का Full Form “Internet service provider” होती है। ISP एक इंटरनेट सेवा प्रदाता संगठन होता है जो इंटरनेट सेवा प्रदान करता है। तीन प्रकार की ISP कंपनी होती है जिन्हे हम लेख के अलगे चरणों देखेंगे।
ISP Full Form In Hindi
ISP की Full Form हिंदी में “इंटरनेट सेवा प्रदाता” होती है। एक ऐसी कंपनी को आम लोगो तक इंटरनेट को मुहैया कराती है।
ISP क्या होता है?
Internet आज रोटी कपड़ा और मकान की तरह बहुत जरुरी हो गया है। आज इंटरनेट प्रत्येक व्यक्ति की जरुरत बन गया है। अगर थोड़ी देर के लिए भी इंटरनेट काम करना बंद कर दे तो हम कस्टमर केयर पर फ़ोन कर कर के उन्हें परेशान कर देते है जिन्हे आप फ़ोन करते है वह कंपनी ही ISP होती है क्योंकि वही आपको इंटरनेट प्रदान कर रही है।
अब यह कंपनी कोई भी हो सकती है। यह Tier 2 ISP कंपनी हो सकती है जैसे वोडाफोन, एयरटेल, जिओ आदि, या फिर यह Tier 3 कंपनी हो सकती है जैसे Hathway, Tikona, Den आदि। इन ISP कंपनी के पास आपका पूरा डाटा होता है की आपने पूरे महीने कोनसी कोनसी वेबसाइट को विजिट किया है। और क्या क्या डाउनलोड किया है। यह कंपनी किसी भी वेबसाइट को block कर सकती है क्योंकि इनके पास ऐसा करने का कंट्रोल होता है।
ISP कैसे काम करता है?
ISP और कुछ नहीं बल्कि इंटरनेट सेवा प्रदाता है।
तीन प्रकार के ISP होते हैं:- Tier 1 ISP, Tier 2 ISP, और Tier 3 ISP
Tier 1 ISP – Tier 1 ISP वह बड़ी बड़ी कंपनी होती है जो सबसे ज्यादा पैसा Invest करती है। इन कंपनियों ने समुन्द्र के अंदर बड़ी बड़ी fiber optic cable बिछा रखी है जो पूरी दुनिया में इंटरनेट को एक दूसरे से जोड़ती है। आप कह सकते है की इंटरनेट की दुनिया में यह कंपनी सबसे ऊपर और सबसे बड़ी होती है क्योंकि इन्ही की वजह से एक एक देश से देश तक आसानी सा जा पता है। इन्ही की वजह से आप इंडिया में बैठ कर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट को खोल पाते है। Tier 1 ISP कंपनी AT&T, Verizon, PacNet आदि।
Tier 2 ISP – Tier 2 ISP कंपनी राष्ट्रीय स्तर पर काम करती है। यह देश की नेटवर्क ऑपरेटर कंपनी होती है जैसे Airtel, Vodafone, Jio, Idea आदि। Tier 2 ISP कंपनी Tier 2 ISP से इंटरनेट खरीदती है।
Tier 3 ISP – इसके बाद Tier 3 ISP कंपनी होती है। यह स्थानीय छोटी छोटी कंपनी होती है जो एक छोटे से क्षेत्र में ही इंटरनेट को मुहैया कराती है। आप इनके नाम जानते है जैसे Tikona, DEN, Hathway, Spectra आदि। यह छोटी छोटी कंपनी Tier 2 ISP कंपनी से इंटरनेट लेती है।
तो इसी तरह से Tier 1, Tier 2, और Tier 3 ISP काम करती है।
ISP टेक्नोलॉजी में किस किस Equipment की जरुरत होती है?
Dial-up – यह एक ऐसा method है जिससे इंटरनेट प्रदान होता है। यह टेलीफोन लाइनों का उपयोग करता है। हालाकि आजकल के डायल-अप कनेक्शन का उपयोग शायद ही कभी किया जाता है क्योंकि यह धीमा इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है। डायल-अप कनेक्शन की गति 40-50KB /kbps में होती है।
DSL – DSL डिजिटल सब्सक्राइबर लाइनों के लिए है। यह Dial-up कनेक्शन का अगला संस्करण है। यह भी टेलीफोन लाइनों का ही उपयोग करता है लेकिन यह Dial-up कनेक्शन की तुलना में high-speed का इंटरनेट प्रदान करता है।
Ethernet – यह एक तार का इंटरनेट कनेक्शन है जो हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है यह 10 mbps, 100 mbps और 10 Gbps जैसी विभिन्न गति प्रदान कर सकता है।
Wireless Broadband (WiBB) – यह एक नई जनरेशन की इंटरनेट एक्सेस करने की तकनीक है, जो बिना किसी तार के हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस करने की अनुमति देता है।
ISDN – यह एकीकृत सेवा डिजिटल नेटवर्क का संक्षिप्त रूप है। यह एक टेलीफोन सिस्टम नेटवर्क है जो एक ही मानक फोन लाइन पर वौइस् और डेटा के हाई क्वालिटी वाले डिजिटल प्रसारण को एकीकृत करता है। यह एक तेज upstream और downstream इंटरनेट कनेक्शन की गति प्रदान करता है और वॉयस कॉल और डेटा ट्रांसफर दोनों की सपोर्ट करता है।
Wi-Fi Internet – Wi-Fi इंटरनेट एक वायरलेस नेटवर्किंग तकनीक है जो रेडियो वेव का उपयोग करके वायरलेस हाई स्पीड इंटरनेट प्रदान करती है। आज के समय में Wi-Fi Internet सबसे high-speed इंटरनेट प्रदान करता है। लेकिन इसके लिए आपको आपको वाई-फाई नेटवर्क की सीमा के अंदर होना चाहिए। तभी आप हाई स्पीड इंटरनेट पर उपयोग कर पाएंगे।
ISP का इतिहास क्या है?
इंटरनेट गवर्नमेंट रिसर्च लैबोरेट्रीज और विश्वविद्यालयों के भाग लेने वाले डिपार्टमेंट्स के बीच एक नेटवर्क के रूप में विकसित किया गया था। इसके बाद 1980 के दशक के अंत तक, इंटरनेट के सार्वजनिक, व्यावसायिक उपयोग की दिशा में एक प्रक्रिया निर्धारित की गई थी। वर्ल्ड वाइड वेब की शुरुआत के तुरंत बाद शेष प्रतिबंध 1991 तक हटा दिए गए थे।
सन 1989 में, पहली इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी जो मासिक शुल्क पर इंटरनेट को सीधे सार्वजनिक एक्सेस करने के लिए पेशकश की थी। वह कंपनी ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थापित की गई थीं। ब्रूकलिन में मैसाचुसेट्स द वर्ल्ड यूएस में पहला कमर्शल ISP बन गया। इसके पहले ग्राहक को नवंबर 1989 में सेवा दी गई थी।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है की आपको ISP Full Form और ISP के बारे में हमारे द्वारा दी गई तमाम जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर फिर भी आपका ISP से सम्बंधित कोई सवाल हो तो आप हमे निचे कमेंट करके बता सकते है।
Helllo
Such a great and informative article.
Thanks for sharing
Very Useful and Interesting Article
GREAT INFORAMTION
बहुत ही अच्छी जानकारी दी आपने ISP के ऊपर, आपका बहुत बहुत धन्यवाद।